कभी तेरे आने के अहसास से
मन प्रफुलित हो उठता है
तो कभी उसके आने के अहसास से
दिल खिल उठता है
ऐसे मे नींद तो आती नहीं
पर सच मे
तेरी याद बहुत आती है।
मन प्रफुलित हो उठता है
तो कभी उसके आने के अहसास से
दिल खिल उठता है
ऐसे मे नींद तो आती नहीं
पर सच मे
तेरी याद बहुत आती है।
- रचना सागर
9 comments:
ऐसे मे नींद तो आती नहीं
पर सच मे
तेरी याद बहुत आती है।
अच्छी रचना है।
- रितु रंजन
सुंदर से एहसास को कविता कहा जाता है
और आपकी इन चंद लाईनों का हर शब्द
विस्तृत एहसासों का समंदर है
रचना जी आपकी रचना बहुत सुंदर है.
बधाई !
dearest Rachna,
I would really love to read your poems but see what
happens is that i cannot read hindi,,plz if you can
put it in english for me or plz ask Abhishek to do
so.....Guess that ur baby gurl she have grown and is
very pretty plz continue to care her ..
bye
friend Veronica
dear rachna i read your poem very impressive and
touching. rachna kaya aap ke hobbi hai poem likhna.
rachna abhishek very lucky jisko aap jaisey wife mili
hai. or your daughter is very sweet.
VEENA HANDA
Hi
Nice poem
Good to hear from you.
Regards
Mandakini
Really you have written such a nice. yeah really mujhe to neend aati nahin but ek baath hai kambakta yaad kisi ki aati nahin.
Rachna keep writing, one day you will be on the top and we pray to GOD for your bright and excellent future.
Keep writing and smiling
रचना जी... तेरे और उसके ... क्या दो अलग अलग हस्ती हैं.. मुझे लगता है कुछ टाईपिग मिस्टेक हो गयी...
या हो सकता है मुझे समझ नही आ रहा.
वैसे मै भी फ़रीदाबाद में ही हूं..
मेरी कविता पर आपकी टिप्पणियों के लिये धन्यवाद स्वीकारें
Again a beautiful poem.... jab aapne premi kaa koyi intezar ker reha hota hai toh essa hi feel hota hai... in emotions koi sehi sabdo mai wayakt kiya hai aapne.... itna sunder likhti rehiye pyaari Rachna ji
Thank you so much bhaiya🙏
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