बताओ जरा …. तो जाने [बचपन से ]- रचना सागर
1.सफेद मुर्गी हरी पूंछ,
तुझे ना आए तो लाले से पूछ ।
2.छोटा-मोटा राजकुमार
कपड़ा पहने एक हजार।
3.पगड़ी में भी गगरी में भी
और तुम्हारी नगरी में भी
कच्चा खाओ तो पक्का खाओ
शीश मे मेरा तेल लगाओ।
4.मैं हरी मेरे बच्चे काले
मुझको छोड़ मेरे बच्चों को खा ले ।
5.एक नाम...
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