आपका साथ

ख्वाबो में बसा के किसी को
यादों में बसा के किसी को
ज़िन्दगी गुजारी नहीं जाती
ज़िन्दगी जीने के लिये तो
जिन्दादिली जरूरी है
दीदार भी जरूरी है
आपके प्यार के साथ साथ
आपका साथ भी जरूरी है

RACHNA SAGAR

कुछ शेर...

गम तो सभी देते है
गम मे साथ कम देते है

कितनी सच्चाई थी इस ख्वाब मे
रब के बताने मे और अपके चले जाने मे

हर ख्वाब की तबीर सच नही होती
सच होती है तकदीर
हर मोहब्बत सच नही होती

सब्र वह जाम है जिसे पीना है मुश्किल
किये बगैर सब्र जीना है मुश्किल

हर डाल पे खिले फूल जरूरी तो नही
हर राह मे मिले आप जरूरी तो नही

शायरी करना एक आदत सी बन गयी है
ज़िन्दगी एक शिकायत सी बन गयी है

किसी ने कहा था शायरी मत करना
किसी की चाहत मे तुम हद को पार नही करना

हर चीज की एक हद होती है
हद के आगे मोह्ह्ब्ब्त होती है

कागज पे लिखे हर बात मे सच्चाई है
कहते है लोग प्यार मे बेवाफई है

मेरी खुशी अधुरी है आपके बगैर
हर मंजिल अधुरी है आपके बगैर

हम जिनसे बात करने को तरसते है
वो हमे कभी याद भी नही करते है

तेरी रहमत के बगैर मेरे पास कोई चारा नही
और मेरी दुनिया मे कोई सहारा नही

कोई मजबूर होता है कोई मह्बूब होता है
किसी की आँखे रोती है किसी का दिल रोता है

कभी अच्छे कभी बुरे कभी भले से लगते है
वही तो है जो कुछ अपने से लगते है

किसी से पूछे बगैर किसी का इन्तज़ार मत करना
करो ऐतबार मगर हर किसी से प्यार मत करना

किस किस ने मुझे बदनाम किया
हर किसी ने एक नया नाम दिया

जमाने के सामने हसना है जरूरी
दिल मे गम है फिर भी होठो पे हँसी है जरूरी

दर्द से निजात मिल जाये हम यह दुआ करते है
खुदा के नाम पे वफात (मौत) पाये हम ये दुआ करते है